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On Page SEO क्या है?
On page seo वह होता है जिसका कंट्रोल आपके या आपके डेवलपर के पास हो अगर आप अपनी वेबसाइट खुद बनाते हैं या किसी से बनते हैं तो जो चीज सामने दिखाई दे रही है उसका कंट्रोल आप और आपके डेवलपर दोनों के पास हो तो उसे ऑन पेज एस. ई. ओ कहते हैं। उदाहरण के रूप में समझते हैं, जब भी आप कोई आर्टिकल लिखते हैं। वह आपको दिखाई देता है लेकिन उसके अंदर कीवर्ड्स प्लेसमेंट कैसे करते हैं, उसके टाइटल कैसे लिखते हैं प्लस उसके अंदर जब आप इमेज डालते हैं, तो उसका s.e.o कैसे करते हैं। उस पोस्ट के यूआरएल के अंदर आप कोई म्यूजिक फाइल डाल रहे हैं या फिर अपने ऑडियो का एमपी3 फॉर्मेट में डाल रहे हैं, कोई वीडियो ऐड कर रहे हैं, कोई इबुक पीडीएफ फॉर्मेट में ऐड कर रहे हैं इन्हीं सब चीजों को ऑन पेज एस. ई. ओ कहते हैं। कहने का मतलब है कि आप जो पोस्ट तैयार कर रहे है। इसको कैसे ऑप्टिमाइज करें जिससे आपकी पोस्ट गूगल में रैंक करें इसे ही ऑन पेज एस. ई. ओ कहते है। ऑन पेज एस. ई. ओ का यह एक ही पार्ट है जिसे हमने जाना अभी इसमें ऑफ पेज एस. ई. ओ और टेक्निकल एस. ई. ओ बाकी है। ऑन पेज एस. ई. ओ में अगर आप इन पॉइंट का ध्यान रखोगे तो इससे आपकी पोस्ट गूगल में जल्दी से जल्दी रैंक करेगी। तो आइए अब जल्दी से ऑफ पेज एस. ई. ओ को भी समझ लेते हैं आखिर यह है क्या? और इतना जरूरी क्यों है?ऑफ पेज एस. ई. ओ क्या है? – Off page seo kya hai?
Off page seo अपने वेबसाइट की जो भी चीजें किसी दूसरे की वेबसाइट में जाकर करते हैं, तो Off page seo कहते हैं। आइए ऐसे भी उदाहरण के रूप में नीचे समझते हैं। जैसे: बैकलिंक क्रिएट करना, सोशल मीडिया प्लेटफार्म में अपनी वेबसाइट का लिंक शेयर करना, फॉर्म सबमिशन, गेस्ट पोस्टिंग इस तरह की जो चीजें होती है या उस तरह की चीजों को ऑफ पेज एस. ई. ओ कहा जाता है। तो मैं आपको यहां तक सभी जानकारी अच्छे से समझ में आ गई होगी आइए जानते हैं नेक्स्ट पार्ट को जो है टेक्निकल एस. ई. ओ होता कैसे है।टेक्निकल एस. ई. ओ क्या है? – Technical seo kya hai?
Technical seo यह बहुत ही ज्यादा इंपॉर्टेंट पार्ट है इसमें आपको बहुत सारी चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। जैसे:- क्या आपकी साइट में साइटमैप बना हुआ है नहीं बना है तो उसे कैसे बनाना है।
- क्या आपकी साइट में डुप्लीकेट पेजेस की प्रॉब्लम है अगर हां तो इसे कैसे चेक करेंगे और उसे कैसे ठीक करेंगे।
- आपके रीडायरेक्ट्स किस तरह से लगे हैं 301, 302, 404 इन रिडेयरेक्ट को कब और कैसे लगाया है आपको यह पता होना चाहिए अगर नहीं लगा तो इससे आपके साइट में प्रॉब्लम आएगी।
- स्पैम स्कोर चेक करना चेक करने के बाद इसे कम कैसे करना है।
- कई बार हम अपनी वेबसाइट में पोस्ट लिखते हैं उसके अंदर कुछ चेंजेस करते हैं या फिर उसको बाद में डिलीट कर देते हैं। जिससे ब्रोकन लिंक का एरर आ जाता है। इसको कैसे फाइंड करें इसको कैसे ठीक करें।
- आपकी वेबसाइट की स्पीड कितनी हैं अगर स्पीड बहुत कम है लोड होने में टाइम लग रहा है तो इसको कैसे स्पीड बढ़ा सकते हैं।
- आपकी वेबसाइट का स्ट्रक्चर कैसा है क्या वह यूजर फ्रेंडली है क्या वह मोबाइल फ्रेंडली है गूगल या कोई भी सर्च इंजन के बॉट्स अगर आएंगे तो क्या वह ठीक से स्क्रॉल कर पाएंगे।
ऑन पेज एस. ई. ओ और ऑफ पेज एस. ई. ओ में अंतर क्या है? – On page seo and off page SEO me antar kya hai?
On page seo: पोस्ट तैयार करते समय टाइटल में फोकस कीवर्ड, यूआरएल स्ट्रक्चर, ऑल्ट टैग फॉर एसईओ जैसे और भी फैक्टर को ध्यान में रखकर पोस्ट को ऑप्टिमाइज करना बहुत जरूरी है। off page seo: बैकलिंक से जुड़े सभी स्ट्रेटजी को समझ कर सारे नियम का पालन करके एक हाई क्वालिटी बैकलिंक बनाना जरूरी है।ऑन पेज एस ई ओ कैसे करे? – On page seo Technique in hindi
कुछ इंपॉर्टेंट ऑन पेज एस ई ओ पॉइंट्स को नीचे हम आपको बता रहे हैं जिसको करके गूगल में रैंक करने में आसानी होगी। नीचे बताए गए पॉइंट को अच्छे से समझ कर आप अपने वेबसाइट में पोस्ट को ऑप्टिमाइज करते हैं, तो बेशक आपको गूगल के फर्स्ट पेज में रैंक करने में मदद मिलेगी, तो आइए ऑन पेज एस ई ओ टेक्निक के बारे में जान लेते हैं।- title tag
- Headings
- URL structure
- Keywords Density
- internal links
- image alt tag
- Meta description
- Website speed